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Sarita Saini

Drama

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Sarita Saini

Drama

ज़िन्दगी जीता कौन है

ज़िन्दगी जीता कौन है

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ज़िंदगी जीता कौन है झेलना पड़ता है,

डालकर होठों पर मुस्कुराहट का पर्दा 

सबसे मिलना पड़ता है।


हर सख़्श जल रहा है अंदर से,

फिर भी ज़ुबां पे मिठास घोलना पड़ता है,

किससे कहें दर्द_ए_ग़म...

कोई सुनता ही नहीं,


घुँट-घुँट कर हर दर्द सहना पड़ता है।


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