जीवन की सुंदरता
जीवन की सुंदरता
जीवन की सुंदरता है,
सुंदर से कर्तव्यों से
नहीं हटो तुम।
कभी भी पीछे
मानवता के संरक्षण
में वसुधा है
परिवार हमारा सबसे
हो व्यवहार हमारा क्या
बोलो मीठा बोलो काम
करो सदा निर्लोभ कैसे हो
अपना जीवन रसविभोर,
तेरे आने से होती हैं,
खुशियां हजार
तेरे जाते ही हो जाता है,
सब कुछ बेकार नहीं
करना मुझे ऐसा व्यवहार
जिसमें हो मेरी अपनी हार।