जीवन कि तरह
जीवन कि तरह
कभी हमें अपनाओ तो जीवन कि तरह
साथ अन्त तक दो तो जीवन कि तरह
हम भी स्वीकार लेंगे तुम्हें
जीवन कि तरह
कभी हाथ छोड़ना है तो छोड़ दो
मगर जीवन की तरह...
चलेंगे साथ मिलके शाम ढलने तक
करेंगे बात मिलके रात ढलने तक
नाचेंगे खूब जमके पाओं थकने तक
जीएंगे दिल भरके राह मुड़ने तक
कभी खिलना है तो खिल जाओ
मगर जीवन की तरह,
कभी रूठना है तो रूठ जाओ
मगर जीवन की तरह....
लिखेंगे गीत अपनी पन्ना भरने तक
गाएंगे सुर भरके गला बैठने तक
देखेंगे ख्वाब बहुत नींद टूटने तक
करेंगे प्यार मिलके दिल भरने तक
कभी आजमाना हो तो आजमा लो
मगर जीवन की तरह
कभी उड़ना हो तो उड़ जाओ
मगर जीवन की तरह....