STORYMIRROR

SHREYA PANDEY .

Classics Inspirational

4  

SHREYA PANDEY .

Classics Inspirational

जीवन के बाद

जीवन के बाद

1 min
343

सदियों पुराना एक सवाल

मरणोपरांत का क्या है राज

जीवन के काल चक्र से मुक्त हो

क्या होता है जीवन के बाद


किए पाप अनेक जो

छिपाने को पाप एक जो

कालचक्र माया के

तराजू में टेट अपने आप


लोभ लालच के घेरे में

घिरा जो तू जीवन भर

स्वार्थी बन छोड़े तुझे भी

घाट पर छोड़ तेरा साथ


किए जो लाखों खर्च तूने

बनाने में अपना एक मकान 

खरीदे लाखों के सपनों के घरौंदे

बना दिया सबको शमशान

तेरे कर्म हैं तेरा परिचय

सुयश मोक्ष मिले तुझे

छोड़ क्रोध मोह पाप की माया

बना समान जीवन, जीवन के बाद।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics