जीतेंगे हम ये लड़ाई..!
जीतेंगे हम ये लड़ाई..!
माना हमने दौर यह कठिन बहुत है
अपनों से ना मिलने की मजबूरी भी
पर.. हर दौर गुजर जाता है आकर
यह भी गुजर जायेगा..!
पर....!
एक बहुत गहरी टीस छोड़ जायेगा
साथ ही कुछ सबब भी तो दे रहा यह काल..!
सामाजिक दूरी बना
नाक मुह भी ढकना है जरूरी
बोले तो मास्क लगाना जरूरी..!
धो लेना हाथ साबुन पानी से
नहीं तो कर लो उसको सेनेटाइज़्र
अब तो आ गई है कोरोना का वैक्सीन मेरे भाई...!
जब भी हो जाना बाहर
कर लो पहले सुरक्षा अपनी पूरी
ये वायरस तुम्हारा दोस्त तो नहीं
जो तुमको छोड़ देगा...?
अरे..!
जो किया लापरवाही तो ये तुम्हें पूरी तरह तोड़ देगा
हो जब भी थोड़ी खासी या फिर जुकाम
आयुष काढा आयेगा बड़ा तुम्हारे काम..!
अपनों की सुरक्षा है सर्वोपरि
ना किसी अंजान से मिले
ना निभाए बेवजह की रिश्तेदारी..!
किसी ने दिया है ये गुरु मंत्र
तुम भी बाँध लो गाठ जो रहना चाहो स्वस्थ तन
दवाई भी और कड़ाई भी बना लो मूल मंत्र
है ये वायरस दुश्मन हम सब का
नित्य नये भेष बदल बदल कर आता
कर रहा तबाह हम सब को
अब तो तुम समझो इसको
अधिक क्या कहूँ बस इतना समझो
फिर कल एक नई सुबह होगी
फिर किरणें फैलेगीं,
कल फिर खिलेंगे पुष्प नये
कल फिर चिड़िया अपने पर फैलायेगी
फिर बिखरेगा हर चेहरे पर मुस्कान
कल फिर बनायेंगे हम अपना नया मकाम.. !
हाँ..!
बस आज तुम थोड़ा संभल कर रहो
थोड़ा संभाल लो इस पल की स्थिति को
यकीं कर हम जीतेंगे ये लड़ाई..!
आज कर लो ख़ुद के लिए कड़ाई..!