झुकी झुकी सी पलकें
झुकी झुकी सी पलकें
ये झुकी झुकी सी तेरी पलकें
शर्मो हया की है निशानी,
प्यार तुमको हमसे है,
ये कह रही है हमसे,
भोली सी तेरी सूरत,
झुकी झुकी सी पलकें,
आँखों में है मस्ती,
लग रही है खूबसूरत,
ये आँखें भी दिल का
हाल बयाँ कर देती है,
चाहे लाख छुपा लो हमसे,
ये आँखें तेरे राज़ बयाँ करती है,
अब तो बता दो हमको,
अपना हाले दिल जुबानी,
जो आंखें बयाँ करती है,
उसकी सच्चाई हमको बता दो,
ये झुकी झुकी सी तेरी पलकें,
लगती है हमको बड़ी प्यारी,
जी चाहता है देखूं इनको,
तमाम उम्र यूँ ही नजरे जमाए ।