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Gurudeen Verma

Romance

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Gurudeen Verma

Romance

यह बन्धन कभी तू नहीं तोड़ना

यह बन्धन कभी तू नहीं तोड़ना

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यह बंधन कभी तू नहीं तोड़ना।

यह हाथ कभी तू नहीं छोड़ना।।

छूटे कभी नहीं, यह साथ हमारा।

यह प्रीत कभी तू नहीं छोड़ना।।

यह बंधन कभी------------।।


सच्चे दिल से तुमको, अपना साथी माना है।

जिंदगी की खुशी तुमको, मैंने माना है।।

तुम मेरी रोशनी हो , तुम मेरी बन्दगी हो।

मेरी जिंदगी को, बेरोशन नहीं करना।।

यह बंधन कभी--------------।।


सदा रब से दुआ की है, रूठे नहीं दिल।

तू ही मेरा ख्वाब है, तू ही मेरी मंजिल।।

साथ - साथ हम चले, राह हमारी हो एक।

 दिल को मायूस कभी , नहीं करना।।

यह बंधन कभी-------------।।


कभी प्यार नहीं हो कम, मुसीबत हो चाहे कोई।

कभी बहके नहीं कदम, बहकाये चाहे कोई।।

कभी हम नहीं भूले, अपनी वफ़ा और मुहब्बत।

मुंह मुझसे कभी तू , नहीं मोड़ना ।।

यह बंधन कभी--------------।।



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