नारी तू है नारायणी
नारी तू है नारायणी
नारी तू है नारायणी।
नारी तू है भगवती।।
नारी बिना शून्य यह जग।
नारी ही यह सृष्टि रचती।।
नारी तू है ----------------------।।
हर ओहदे पर पहुंची है नारी।
अबला नहीं, सबला है नारी।।
संघर्ष की मिसाल है नारी।
जग की जन्नत नारी रचती।।
नारी तू है--------------------।।
वीरों की जननी है नारी।
धरती का अमन है नारी।।
नारी बिना खुशियां अधूरी।
नारी ही जगत रोशन करती।।
नारी तू है----------------------।।
त्याग की कहानी तू है नारी।
ममता की मूरत तू है नारी।।
देवों की देवी ,जग में नारी।
पालन जग का नारी करती।।
नारी तू है ----------------------।।