जेब में जब पैसा तब तक भईया
जेब में जब पैसा तब तक भईया
जब जिंदगी में वक्त अच्छा चल रहा होता है और आपके जेब में खुब पैसे हो ...
तब सब इस कदर चिपकते है जैसे गुड़ के चिपी चींटी...
और जब वक्त बुरा हो तो लोग कहते हैं... कौन हो भाई तुम...
छ छ दूर हट...
Reality में यहीं होता हैं जिंदगी में...
जब तक पैसों की खनक जेब में होती हैं ना तब तक...
तू तो मेरा यार है...
वो तुम्हारा यार नहीं तुम्हारे माल यानी पैसों का यार है...
जब ना खनका जेब में रुपया...तो बोल पड़ा भईया...
ना जान ना पहचान और बन आए मेरे घर के मेहमान...