जब तक है जान
जब तक है जान
हवाओं आर लिखा है मैंने
मेरी खुशबू की स्याही से तेरा नाम
आज कर रही हूं अपने प्यार का एलान
जिसे पढ़कर जान ले आज पूरी आवाम
इन वादियों में करना है आगाज़
फ़िर चाहें जो भी हो अंजाम
भले करदे दुनिया हमें बदनाम
एक दिन करेंगे हमारे प्यार पर सब गुमान
आज करने है पूरे सारे अधूरे अरमान
चल पड़ी है अब मेरे दिल की कलम
लिख रही हूं अपने दिल की दास्तान
अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान।

