जब कोई अपना खो जाए
जब कोई अपना खो जाए
जब कोई अपना खो जाए,
जब अपना कोई आपसे दूर हो जाए,
दर्द होता है तब बेशुमार,
जब किसी से हद से ज्यादा करो प्यार,
मन करता है तब शीघ्र हो मिलाप,
ह्रदय में रहती है केवल उसी की छाप,
यादों मे मन खो तब जाए,
खुद की भी खबर ये दिल न लगा पाए,
मन मे टीस उठती जाए,
जब कोई अपना दूर हो जाए,
जब जान बूझ कर आपका हो तिरस्कार,
अपमान किया जाए आपका बार बार,
तब क्यों न ए दिल अकेले ही रहा जाए,
जब कोई अपना आपका मन दुखाए।
