जैसे को तैसा
जैसे को तैसा
बदमाश के साथ बदमाशी करना जायज़ है!
बेईमान के साथ बेईमानी करना जायज़ है!
धोखेबाज के साथ धोखेबाजी से ही
काम लेना चाहिए, जनाब!
वरना यहां इतनी भी इंसानियत बाकी नहीं
कि अक्सर इस रंग बदलती दुनिया में
कुछ मुखौटे ओढ़े नाटकबाज
आपके आसपास यूं मंडराते नज़र आते हैं
के जैसे वो आपके शुभचिंतक हैं...!
इसलिए आप हमेशा चौकन्ना रहिए
और फूंक-फूंक अपना कदम बढ़ाइए...!
जल्दीबाज़ी से कतई काम न लें...
ज़रा एहतियात बरतें...
बेवकूफ कभी भी न बनें!!!
सावधान रहें!!!
