STORYMIRROR

Jyoti Durgapal

Abstract

4  

Jyoti Durgapal

Abstract

जीवन के बाद

जीवन के बाद

1 min
224

जीवन के बाद होता है क्या, नहीं किसी को याद।

जीवन के हर रूप नए है नयी है हर कहानी, 


जीवन के बाद भी क्या एक जीवन है, 

उलझन ये कोई सुलझाता नहीं है।


एक शक्ति ऐसी भी है, जो यह सृष्टि चलाती है, 

जीवन जब तक चले उसमें जीना सिखाती हैं।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract