STORYMIRROR

Shivanand Chaubey

Classics

3  

Shivanand Chaubey

Classics

जान से प्यारा

जान से प्यारा

1 min
203

हमें जान से प्यारा है यह वतन

ईमान से प्यारा है यह वतन

मेरे शान से प्यारा है यह वतन

स्वाभिमान से प्यारा है यह वतन।


मेरा वतन केवल भू भाग नहीं

भारत है स्वयं में राष्ट्र पुरुष,

मां जिसे यहां सब कहते हैं

सम्मान से प्यारा है यह वतन।


जिसकी है गौरवशाली गाथा

है सत्य अहिंसा परिभाषा,

विश्व भाव बंधुत्व संजोए 

अभिमान से प्यारा है यह वतन।


मातृभूमि पर प्राण न्यौछावर

अपना है सर्वस्व समर्पण,

तेरी आना सदा सम्मान रहे

हैं मान से प्यारा शिवम् वतन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics