इश्क़
इश्क़
बातों पे मेरी मुस्कुराने का शुक्रिया
गानों पे मेरे गुनगुनाने का शुक्रिया
कुछ पल मेरे संग बिताने का शुक्रिया
ख्वाबों में ही सही आने का शुक्रिया
क्या कल भी इसी तरह आओगी तुम
मेरे सपनों को फिरसे सजाओगी तुम
उसी प्यार से मुझको बुलाओगी तुम
मुझपे हक अपना जताओगी तुम।