STORYMIRROR

Suchismita Sahoo

Romance

4  

Suchismita Sahoo

Romance

इंतजार

इंतजार

1 min
210

आज बेसब्री से इंतजार है

मुझे अपने हमसफ़र का

इन्तजार है मुझे

उनके पागलपन का


थोड़ी सी मस्ती

और बहुत सारे प्यार का

कौन जाने

ये इंतजार की घड़ियाँ

खत्म होगी भी कि नहीं

मगर जब भी होगी


उनको कुछ

याद दिलाना है

कुछ बातें कुछ यादें

जिसको वो भूल चुके हैं

उन सारी यादों का

फिर से एहसास कराना है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance