तेरा साथ
तेरा साथ
जब इस जहां में सुबह का आगाज हो,
तेरा हाथ मेरे हाथ के साथ हो।
तू रहे भले ही भीड़ में दिन के उजालों में,
लेकिन जब भी अंधेरा हो तो तू मेरे साथ हो।
तेरा साथ चाहिए मुझे कुछ इस कदर कि,
कोई न कर सके जुदा हमें जब तक
इन सांसों में तेरे साथ चलने की आस हो।
तू ही बस एक मेरा और क्या चाहिए मुझे,
जब मेरे इन हाथों में तेरा हाथ हो। ...