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ग्यारह साल की शीला भी धीरे-धीरे हालातों को समझने लगी थी ग्यारह साल की शीला भी धीरे-धीरे हालातों को समझने लगी थी
सुयश तुम और तुम्हारा साथ निःश्बद है मेरे लिये अब कुछ और का नाम न दो। सुयश तुम और तुम्हारा साथ निःश्बद है मेरे लिये अब कुछ और का नाम न दो।