इलज़ाम
इलज़ाम
हर बार हमपे इलज़ाम लगाया
हर बार हमें गलत ठहराया
जो गुनाह किया ना कभी था
उसका हमें गुनाहगार बनाया
दिल को संभाला है कैसे
ये तो हम ही जानते है
अपना माना था तुमको कभी
तुम ही ये दिल तोड़ गए
अपने बेगाने तो पहले ही थे
अब तुम भी शामिल हो गए उनमें!