हर हर महादेव
हर हर महादेव
हर हर महादेव शम्भू करते दुष्टों का संहार है
सुनाऊ उनकी लीला क्या उनकी लीला अपरम्पार है
भक्तो की भीड़ है रहती द्वार पर इनके अपार है
चारों दिशाओं में ही नही दशो दिशाओं में फैला
जिनका नाम है वो नाम है मेरे भोले बाबा भोलेनाथ की
शिव शंकर सब कहते इनको सब करते बेड़ा पार है
मनवांछित वर देते है जो कन्याए करती मन से महाशिवरात्रि
का उपवास है कोई आए दर पर इनके भरते सबकी छोली
खाली भेद न करते किसी भक्त में भक्ति देखे सबके मन की
हर हर महादेव शम्भू , हर हर महादेव शम्भू
क्या मै सुनाऊ इनकी लीला इनकी लीला अपरम्पार है
करते दुष्टों का संहार है ध्वंस नही विध्वंश है करते
जब बुराइयां फैलाती अपना राज पसार है
जानना चाहो अगर इनकी लीला तो
भ्रमण करो संसार की इनके तीर्थ स्थान की
दर्शन मात्र से दुख दूर होंगे सारे जीने की एक आश मिलेगी
पूरी होगी हर मुराद कृपा करेंगे जब भगवान भोलेनाथ जी।