आशुतोष मंगल भवन,सादर नाऊँ शीश । वाम अंक गिरवर सुता,जय जय हे जगदीश आशुतोष मंगल भवन,सादर नाऊँ शीश । वाम अंक गिरवर सुता,जय जय हे जगदीश
वो ही बनता महाकाल भक्त, जिसका दिल, गंगा नीर समान। वो ही बनता महाकाल भक्त, जिसका दिल, गंगा नीर समान।
दोस्तों, लिखूँ अगर भगवन शिव के बारे में तो बीत जाये न जाने कितने करोडो वर्ष। दोस्तों, लिखूँ अगर भगवन शिव के बारे में तो बीत जाये न जाने कितने करोडो वर्...
ढोल मंजीरा छाया है आज शिव त्यौहार आया है। ढोल मंजीरा छाया है आज शिव त्यौहार आया है।
हौसले ने तो कितने कितने को बिना लड़े ही जिता दिया । हौसले ने तो कितने कितने को बिना लड़े ही जिता दिया ।
अजब रूप शिव का सभी भय से देख काँपे। अजब रूप शिव का सभी भय से देख काँपे।