STORYMIRROR

Shashikant Shandile

Action

3  

Shashikant Shandile

Action

इबादत रोज़ होनी चाहिए.......

इबादत रोज़ होनी चाहिए.......

1 min
59


दिल से हो तो इबादत रोज़ होनी चाहिए

वतन पूजने की आदत रोज़ होनी चाहिए

 

जश्न मनाने का त्योहार यक़ीनन है आज

यूँ इतराने की जुरूरत रोज़ होनी चाहिए

 

दुश्मन ज़ख्म दे क्या तब ही हम गुर्रायेंगे

जरूरी है कि शहादत रोज़ होनी चाहिए

 

एक दिन की चाहत तो दगाबाज करते है

मौकों पर नहीं मुहब्बत रोज़ होनी चाहिए

 

शशि फिजा रंगीन हो गई है तीन रंगों से

फिजाओं में ये रंगत रोज़ होनी चाहिए


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action