होली की बोली
होली की बोली
फूलो कि बरसात,
रंगों कि बहार,
आओ आज मिलकर मनाये,
ये होली की फुहार !
रूठे हुए को मनाना है,
सबको गले से लगाना है,
पकवानो से सजी ये होली,
मलंगों की टोली है !
बुराई को हराकर अब,
अच्छाई को लाना है,
खुशियों से सराबोर हो,
रंग बिरंगे रंगों मे रंग जाना है !
