होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
हमारा भारतवर्ष त्योहारों में अनुपम सौंदर्य बिखेरता है
हर त्यौहारों में हर रिश्तों को प्यार से सहेजता है
हर त्यौहारों का अपना ही अलग एक महत्व होता है
होली तो आमोद प्रमोद को मनाते खुशियों का साधन होता है
पुराने गिले-शिकवे सब भुलाकर एक दूजे के रंग में रंग जाते हैं
रंग लगाकर मन को और माहौल को खुशनुमा बनाते हैं
कई नामों से इसको जाना जाता है कहते होली का त्योहार है
होलिका, धुलंदी, धुलिवंदन धुरखेल बसंतोत्सव
हर वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को आनंद उल्लास पर्व आता है
अट्टहास किलकारयों से चाहूँ ओर खुशियों का वातावरण छा जाता है
शरद ऋतु को अलविदा कह जब बसंत ऋतु आती है
प्रसन्न हो जाता मन हल्की-हल्की बयारें चलती हैं
सौहार्द प्रेम और मस्ती के रंगों में सभी सराबोर हो जाते हैं
होकर सराबोर सब मिलकर हर्षोल्लास से यह पर्व मनाते हैं!