होली आई
होली आई
होली आई, होली आई ,होली आई
रंग बिरंगे फूल,गुलाल उड़ाओ
होली आई
चुन्नू मुन्नू के चहरे पर खुशियां आई
मौसम ने फिर से ली अँगड़ाई
ज्यौ बांटो दुश्मन को गले लगाओ तुम
होली आई, होली आई ,होली आई
होली ने भक्त पहलाद की,
स्मृति है करवाई
सब ने मिलकर अवगुणों की
होली है जलाई
खुश हो जाओ खूब मिलकर के
रंग गुलाल उड़ाओ तुम
होली आई, होली आई, होली आई
खूब पियोभांग, ओटपलोट हो जाओ तुम
जिनसे नहीं था नाता तुम्हारा
उसको भी गले लगाओ तुम
होली आई ,होली आई, होली आई
ढोल और संग बाजे
मृदंग हिमांशु,शानू हर अंग
हो जाओ लाल पीले
हर गली -गली में
तुम खूब मचाओ धूम
नफरत की होली जला दो तुम
खुश हो जाओ
मीठे -मीठे पकवान खाओ तुम
होली आई ,होली आई, होली आई
ईश्वर ने रची रचना
रंगों से रची सारी दुनिया
इन्हीं रंगों से, आज हम सब खेल रहे
होली होली आई होली आई होली आई
कहीं देवर कहीं भाभी
कहीं खेल रहे जीजा साली
कहाँ मजा आए उस होली में
जब तक ना हो दोनों के बीच तकरार होली में
होली आई होली आई होली आई।