हमसफ़र
हमसफ़र
ज़िन्दगी के हमसफ़र,
तू है तो ज़िन्दगी का सफ़र,
कुछ यूँ गुज़रता है "वक़्त"
जैसे पंख लगा कर गुज़रा है।
सुनहरी यादों को समेट लेतें हैं,
हर गुज़रते दिन का एहतराम,
करतें हैं हम।
शुक्र #अल्लाह का,
दिल से अदा करतें हैं हम,
हर दिन की ख़ुशियाँ बटोर,
लेतें हैं हम।
#अल्लाह से दुआ है,यूँ ही
साथ इज़्ज़त के गुज़र जाएं
ये दिन.... ।
