हमराही
हमराही
इक युग बीता साथ तुम्हारे, अब जन्म बिताना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।
माना राह कठिन है अपनी, रुक नहीं जाना है।
इक दूजे के पथ के कांटे, चुनते जाना है।
जीवन पथ के हमराही हम, साथ निभाना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।
मंज़िल थोड़ी दूर ही है बस, थक नहीं जाना है
आशा और निराशाओं को आना जाना है।
सुख- दुख का ही खेल है जीवन, क्यों घबराना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।
कितने ही पतझड़ आए पर, बहार तो आना है।
सूरज के आने पर जैसे तमस को जाना है।
फूल खिलेंगे समय पर अपने,फल लग जाना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।
कुछ हम सीखें नव पीढ़ी से, कुछ उन्हें सीखना है।
अपने अनुभव की गठरी को सौंप के जाना है।
बीत चला यह युग अब, नव जीवन को आना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।
इक युग बीता साथ तुम्हारे,अब जन्म बिताना है।
हमको तुमको साथ में यूं ही चलते जाना है।