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Kalpana Misra

Classics

3.3  

Kalpana Misra

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संगम

संगम

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इस जीवन देखो होते कितने संगम

गगन धरा का क्षितिज पे संगम

बादल का बिज़ली से संगम

बरखा में संगीत का संगम।

नदिया और दरिया का संगम

नदियों का नदियों से संगम

अलग-अलग धर्मों का संगम

जात-पात के साथ ही होता

भिन्न–भिन्न भाषा का संगम।


जीवन में सुख–दुख का संगम

हंसने और रोने का संगम

आँखों से आँसू का संगम

मिलना और बिछड़ना संगम।

फूलों संग काँटों का संगम

इश्क, मोहब्बत प्यार मिले तो

दिल से होता दिल का संगम

होता सबसे बड़ा ये संगम

जीवन और मृत्यु का संगम।


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