हमें पूछो.....
हमें पूछो.....
हमे पूछो....
झूठी यादों में
रहते कैसे है।
हमें पूछो
झूठे सपने सजा कर,
मरते कैसे है।
हमे पूछो
अंदर से तड़प कर,
ऊपर से मुस्कुराते कैसे हैं।
के कभी पूछ के तो देखो
झूठी उम्मीद ले के,
दिल को झूठे वादे देके
तड़पते कैसे है।
कभी पूछ के तो देखो
ऊपर से मुस्कुराने की,
राज क्या है ?