हमदम।
हमदम।
ए मेरे हमदम मुझे अपना बनाए रखना।
तुम बेवफा सही अपनी यादों में बसाए रखना।।
मुझे तो मोहब्बत का इजहार करना भी नहीं आता।
मैं बुरा ही सही बुरे को भी निभाए रखना।।
मोहब्बत करने वालों का अगर इल्जाम यही होता।
मिन्नत है तुमसे इसको बदनामी से बचाए रखना।।
दी थी कभी भी तुमने मुझे अपने दिल में जगह।
दिल के तारों को मेरे दिल से लगाए रखना।।
भूल से भी अगर तुम मुझे मिल जाओ कहीं।
अपने दामन में मेरे ऐब छिपाए रखना।।

