क्या लिखूँ मैं खुद के बारें में। बस वो सब उकेर देता हूँ अपनी कृतियों में जो मेरे मानस-पटल की लहरों में हिलोरे ले रही होती हैं।
"साब पैसे नहीं देवो तो कोई बात नहीं, मेरा बच्चा भूखा है। "साब पैसे नहीं देवो तो कोई बात नहीं, मेरा बच्चा भूखा है।