के थोड़ा -थोड़ा इश्क हुआ तुमसे।
के थोड़ा -थोड़ा इश्क हुआ तुमसे।
तेरे इश्क ने यह क्या कर दिया,
खुद को ही खुद से बेपनाह कर दिया,
मैं खोया रहता अपनों में ही कहीं,
अब खुद को, खुद का एतबार नहीं।
मन भटकता है कसम से.......
के थोड़ा- थोड़ा इश्क हुआ तुमसे, के थोड़ा -थोड़ा एतबार हुआ तुमसे.....2
के जरा भी धड़केगा तुम्हीं से....
के थोड़ा- थोड़ा इश्क हुआ तुमसे, के थोड़ा-थोड़ा एतबार हुआ तुमसे।
मेरी सपनों की दुनिया है चाहत तेरी,
अब तुम्हें सिर्फ पाना है आरजू मेरी,
दिल भी ग़र धड़कता है, तेरे बिना कभी भी होगा न ये हमसे।
के थोड़ा- थोड़ा इश्क हुआ तुमसे, के थोड़ा -थोड़ा एतबार हुआ तुमसे।
गाने के बोल...के थोड़ा -थोड़ा प्यार हुआ तुमसे।