हमारी दुनिया....
हमारी दुनिया....
जिंदगी के इस सफर में बहुत से लोग आकर चले जाते हैं
पर अगर जिस पर हम प्यार करते हैं
वही हमें धोखा दे जाते हैं
कही ना कही हम ही किसी गलतफहमी में जीते हैं
जो हम प्यार नहीं करते उनसे दिल लगाते हैं
और जो हमे प्यार करते हैं उन्हीं को जाने अनजाने में दुखाते हैं।
इस प्यार भरी दुनिया को क्यू ना खुलकर जिया जाए क्यू ना वो सारी चिजे करे जो हम करना चाहते हैं
भगवान ने बनाए गए हुए इस संसार को जिया जाए ताकी हम और करीब से जिंदगी का मजा ले सके।
जल जिसके बिना हम रह नहीं सकते
खाना जो कम से कम एक वक्त का तो होना ही चाहिए
घर जो हमारा खुद का हो
भजन कीर्तन जो वक्त के साथ दिलचस्प होने लगता है
तो क्यों न इस दुनिया को खुलकर जिया जाए
आनंद लेकर अपने लोगो के साथ जिंदगी भर रहिए
ताकि रिश्ते और गहरे और मजबूत हों और हमेशा साथ रहें।
