हमारे सपने
हमारे सपने
हमारे सपने बहुत बड़े नहीं हैं,
पर हमारे सपने बहुत छोटे भी नहीं है।
हमारा बहुत छोटा सपना है मगर सारगर्भित है।
हमारी चाहत गाड़ी - बंगलों से सुसज्जित आलीशान मकान नहीं,
हमारी चाहत तो बस इतनी - सी है कि इस बड़ी- सी दुनिया में
छोटी - सी एक अपनी भी आशियां हो !
जिसमें हम सुकून से जी सकें।
हमारी चाहत तो बस इतनी है कि
हम जरूरतमंदों की जरूरत बनकर हम दोनों खुशी - खुशी जी सकें।
हमारे सपने बहुत बड़े नहीं है,
हमारे सपने बहुत छोटे भी नहीं है।
हमारे सभी ख़्वाब भी अब हकीक़त में बदलने जा रहे हैं ,
इसके लिए ही तो हम एक- दूसरे के अंतिम साँस तक जी रहे हैं।
हमारा सपना बस इतना है कि इस बड़ी - सी दुनिया में ,
अपना भी छोटी - सी एक आशियां हो जिसमें हम सुकून से जी सकें।
जख्म दुनिया के सारे सहकर भी मरहम बन एक- दूसरे का घाव सिल सकें।
अंधियारे में भी एक- दूसरे का किरण बन कर्तव्य पथ पर बढ़ सकें।
दुनिया की इस महफ़लसु में सुकून की जिंदगी जी सकें।
हमारे सपने बड़े जरूर नहीं मगर सारगर्भित जरूर हैं।
