पौराणिक कथा....... महाभारतसम
पौराणिक कथा....... महाभारतसम
समय बदलता है इतिहास बदलते हैं।
इतिहास वक्त को फिर दोहराता है।
"महाभारत "एक महान,
युद्ध की विभिषीका को,
स्वयं ईश्वर भी जिसे ना रोक पाया।
संग्राम सत्य और असत्य के अस्तित्व का।
स्वयं महाज्ञाता भी जिसे ना रोक पाया।
भीष्म की भीषण प्रतिज्ञाबद्धता का।
महाविनाशकारी परिणाम आया।
स्वयं ईश्वर भी जिसे ना रोक पाया।
जीवन युद्ध को करके युद्ध प्रायः
रक्त के रिश्तों ने रक्त बहाया था।
उस रक्त से रक्त हुई कुरुक्षेत्र की धरती।
मानव ने जीवन रिक्तता को पाया था।
ज्ञान" गीता" का देकर विश्व कल्याण किया।
आत्मा- परमात्मा का रहस्य खोल दिखाया था।
जीवन सत्यता की सत्ता से मिलाया था।
युगों- युगों तक यह धरती कथा गायेंगी।
अधर्म पर धर्म की विजय का यशोगान गायेंगी।