टोपी और गाउन
टोपी और गाउन
पति-पत्नी एक दूसरे से लड़ते रहते,
फ़िर भी प्रेम से रिश्ता निभाते रहते।
कभी-कभी पल में झगड़ा ख़त्म हो,
कभी-कभी महीनों तक ख़त्म नहीं।
मेरे दोस्त का भी ऐसा झगड़ा हुआ,
मामूली सी बात पर ये विवाद बढ़ा।
पत्नी का गाउन एक रात वो तन्हा,
ग़ैर महिला को पहनने को दे दिया।
बेचारी मुसीबत की मारी दोस्त से,
मदद करने के लिए उसने है कहा।
यार ने मानवता का फ़र्ज़ निभाया,
पत्नी ने गलत करके पाप कमाया।
दोस्त को पत्नी ने जन्मदिन गिफ़्ट,
टोपी वापिस लेकर संसार गंवाया।
