क्याइनकी आज़ादी मायने नहींरखती
क्याइनकी आज़ादी मायने नहींरखती
क्या इनकी आज़ादी कोई मायने नहीं रखती!
ये जो अपनी अपनी स्वतंत्रता की मांग नहीं कर सकते !
हम निर्मम मनुष्य तो बड़ी-बड़ी स्वतंत्रता की मांग करते हैं !
लेकिन ये जीव- जंतु जिन्हें हम पिंजरे में कैद करके रखें हैं !
वे अपनी आजादी किससे मांगे ? कहां वह याचिका दायर करें ?
आखिर किस अपराध की सजा
उन्हें आजीवन करावास के रूप में मिल रही है।
अपनी आजादी की फेहरिस्त में हम
कई आजादी की मांग करने में कभी संकोच नहीं करते,
खाने की आज़ादी, पहनने की आजादी,
अभिव्यक्ति एवं बोलने की आजादी और ना जाने क्या-क्या ?
मैं आप सभी से पूछता हूं क्या इन्हें जीने की भी आजादी नहीं है ?
या इनकी आजादी हमारी आजादी के आगे कोई मायने नहीं रखती ?