हम तुमसे मोहब्बत करते है
हम तुमसे मोहब्बत करते है
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हाँ मोहब्बत उसे भी थी
हम तुम से मोहब्बत करते हैं
जानम हम तुम पर मरते हैं
दिन की तो बात ही नहीँ
ख्वाबों में भी साथ होते हैं
बेवफाई से तेरी ए मेरे सनम
छुप छुप कर हम तो रोते हैं
छुई ना थी जो शराब कभी
दिन रात अब तो पीते हैं
जिंदा हैं मगर जिंदा ना समझ
दिन रात हम तो मरते है
हम तुम से मोहब्बत करते है
हाँ मोहब्बत तुमको थी हमसे
आहें नाम के मेरी भरती थी
इधर मैं तड़पता था जानू
उधर तू छुप..छुप कर रोती थी
इकरार ए मोहब्बत करते हैं
हाँ मोहब्बत उसे भी थी हमसे
हम भी उस पर मरते थे
वो आज भी मोहब्बत करती है
" लक्ष्य" आज भी उस पे मरते हैं ।