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sandeeep kajale

Romance

3  

sandeeep kajale

Romance

हम फिर ना मिले

हम फिर ना मिले

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दर्द हो रहा है, जुदा होने से

खाली हो गए, तुम्हें खोने से


चोट खायी तुम्हारे प्यार में

कई रातें गुजरी, सिर्फ इंतज़ार में


एक ही पल में, सब छूट गया

बचा-खुचा रिश्ता भी टूट गया


तुम ने ही डाली हमारे बीच दीवारें

एक ऐसी कश्ती, जिसे ना मिले किनारे


कई बार आवाज़ दी हमने तुमको

पलट कर, ना देखा तुमने हमको


अब क्यों लौट आये हो फिर से

छलनी करते हो दिल, अपने तीर से


कहते हो बनाने, ख़्वाब नये

सारे अरमान आंसूओं में धूल गये


वापस जाओ, फिर ना करो दीदार

ना छत करा, ना करो अब इकरार


तुम्हें हम पूरी तरह से भूल चुके

आपके राह में, हम कभी ना रुके


ना दो हमें इंतज़ार का दर्द

हवाऐं भी लग रही है बहुत सर्द


ना डालो, पैरों में, बेड़ियाँ यादों की

कोई कीमत नहीं, तुम्हारे इरादों की


ना है तुमसे, कोई शिकवे और गिले

आज वादा करो हमसे, कभी भी...

हम फिर ना मिले



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