कुछ ना कहो
कुछ ना कहो
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रहकर तुम्हारे साथ
करेंगे, ज़िन्दगी का सफर
रसपानों की डोली होगी
जिसमें दोनों करेंगे बसर
दिल में हमेशा है डर
तुम ना हो कभी खफा
रिश्ता निभाना है
होगी तुमसे ही वफ़ा
हम कदम तुम्हारे ही रहेंगे
सारी दुनिया से हो के परे
आँखों में देखोगी जो
मिलेंगे ये अश्क से भरे
हर पल तुम्हारा इंतज़ार
तुम्हारे ही आने की आस
अकेले ना जियेंगे
तुम में अटकी हमारी साँस
कच्चे धागे ये मोहब्बत के
देखो ना उलझे जाये
ठीक से थामोगी दामन
सब सुलझे पाये
यकीन है मुझे, मेरे
पास हमेशा रहो
लौट आओ फिर से
अब, कुछ ना कहो