हम नहीं देंगे साथ तुम्हारा
हम नहीं देंगे साथ तुम्हारा


हम नहीं देंगे साथ तुम्हारा
मंदिर-मस्जिद के नारों पर
समझ चुके हैं तेरी सियासत
बहकेंगे नहीं अब चालों पर।
अमन – चैन के हम हैं पुजारी
शांति भंग नहीं होने देंगे
राष्ट्रहित ही सर्वोपरि है
नहीं विखंडित होने देंगे l
हम नहीं देंगे साथ तुमहारा l
साथ रहे हैं सदियों मिलकर
आए हो तुम भेद बताने
नफरत की दीवार खड़ी कर
सत्ता पाने या फिर बचाने।
हम नहीं देंगे साथ तुम्हारा!