हिन्दी भाषा नहीं हमारी माँ है.
हिन्दी भाषा नहीं हमारी माँ है.
हिन्दी..!
महज एक भाषा नहीं, यह संस्कार है हमारा,
हमारी सभ्यता है हिन्दी..!
हमारी पहचान, मान / अभिमान /
और सम्मान है हिन्दी..!
जोड़ती है हमें अपने लोगों से अपनी संस्कृति से..!
हमें दुलराती है माँ की तरह
जब हम इससे स्नेह करते हैं..!
हमारी ज़ुबाँ पर जब होती है हिन्दी,
हम कैसे घुलमिल जाते हैं आपस में,
ऐसी अलबेली है हमारी हिन्दी..!
अनपढ़ से पढ़े लिखे लोगों तक सबको अदब से पेश आना सिखाती है हिन्दी..!
अपने पराये सबको प्रेम से गले लगाती है हिन्दी..!
क्या अपने क्या ग़ैर सबकी ज़ुबान में मिठास भर जाती है हिन्दी..!
हमारी भाषा ही हमारे उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती है..!
हमें गर्व है हम हिन्दी भाषी है हिन्दी बोलना जानते हैं।
आप सभी को हिन्दी दिवस की बधाई!!