हौसला
हौसला
उजड़ जाए बहारों का चमन तो गम नहीं।
दिल के गुल तो खिजां में भी खिल जाएगें।
गर है सच्ची मोहब्बत यार अपनी,
तो बिछड़ कर भी फिर से मिल जाएगें।
ढाले सितम जितने ढा सके दुनिया,
जंगे मोहब्बत में न हम घबराएंगे।
हम पंछी नहीं कैद पिंजरे में आहें भरें ,
हम तो आशिक हैं तोड़ पिंजरा उड़ जाएंगे।
साथ देना "निशा " हौसला टूटे नहीं,
अंजामे मोहब्बत हम जमाने को दिखा जाएगें।
