हौसला रखो....
हौसला रखो....
मत हार मानो,इस जटिल परिस्थिति से ।
जीतने का पुरज़ोर जज़्बा दिल में रखो।
जो कर सको किसी असहाय की मदद।
तो इंसानियत का हाथ,ज़रूर आगे रखो।
आग में तपकर ही,कुंदन निखरता है।
तुम भी सुनहरे कल का विश्वास रखो।
ईश्वर में आस्था हो तो चित्त शांत रहता है।
तुम खुदा की रहमत पर यकीन रखो।
भूल जाओ सारे गिले-शिकवे,दुश्मनों से भी।
हर इंसान को अपनी दुआ में जिंदा रखो।
दूर करो सारी दुश्चिंता और निराशा को।
दिल में आशा का दीप जलाकर रखो।
कर्मठ मनुष्य गिरकर,हरबार संभलता है।
इस जंग में,जीतने का हौसला दिल में रखो।