है विशिष्ट काम आपका
है विशिष्ट काम आपका
इस जग में हैं विशिष्ट आप
और है विशिष्ट काम आपका।
आचरण रखें सदा ही शालीन,
याद रखें लेकर नाम आपका।
दायित्व है जो किया ग्रहण,
पूर्ण मनोयोग क्षमता से करें।
कहता है क्या ? कहेगा क्या?
यह विचार लेश भी नहीं करें।
दीजिए सर्वश्रेष्ठ स्वयं का सदा,
कीजिए सम्पूर्ण काम आपका।
इस जग में हैं विशिष्ट आप
और है विशिष्ट काम आपका
आचरण रखें सदा ही शालीन,
याद रखें लेकर नाम आपका।
हर तरह के लोग जग में हैं,
सत्संग सज्जन का करें सदा।
सतत् ही दूरियां रखें ऐसों से,
जिनकी प्रकृति है आपसे जुदा।
कोसों दूरी रखें बुराइयों से आप,
रहे सदा दामन नेक पाक आपका
इस जग में हैं विशिष्ट आप
और है विशिष्ट काम आपका
आचरण रखें सदा ही शालीन,
याद रखें लेकर नाम आपका।
निज काज से मिले पूर्ण तुष्टि,
तो सुखद ही सदा परिणाम हो।
संतुष्टि आपकी है स्वयं प्रमाण,
निरपेक्ष भाव सहित ही काम हो।
बाधाओं से नहीं डरिए ही कभी,
सदा ही हो शुभ उद्देश्य आपका।
इस जग में हैं विशिष्ट आप
और है विशिष्ट काम आपका
आचरण रखें सदा ही शालीन,
याद रखें लेकर नाम आपका।