नया साल, नयी उमंगे
नया साल, नयी उमंगे
चंद ही घंटों में , खत्म होगा साल
मन में भावना, क्या होगा हाल?
मन आशंकित, हँक्सिन दो हुए
सतर्क जनता, खुली आम चले
हटाया कोरोना, सुखी हुआ मन
हर्षित होकर , शादी पर्यटन
आया अभी बीच, ये ओमायक्राँन
जल्दसे फैलता, जनता हैरान
निर्धार चाहिए, सभीके मन में
हटाएँगे उसे, सावधानी से
सुरक्षित मास्क, दो गजकी दूरी
सफाई रखेंगे, बडी जिम्मेदारी
मानवता धर्म, सहाय्य करेंगे
फिर युद्धभूमी, नया डोज़ लेंगे
आदर्श रखेंगे, जन सेवकों का
पूरी मात करेंगे, धर्म मानवता
ये नये साल में, भगवान प्रार्थना
सुरक्षा सबकी, अवश्य करना।