है नमन मां सावित्री फूले
है नमन मां सावित्री फूले
अद्भुत अद्वितीय कर्मशील गौरव था जिसका
दिव्य तेज शक्ति पुंज अतीत था जिसका
अरे चल पड़ी थी बाधा विघ्नों को तोड़ तोड़
अरे उस पाखंडी समाज को अंदर से मोड़ मोड़
है नमन सावित्री फूले........
शिक्षा का है द्वार खोला जन जन का अभिमान है डोला
शिक्षित करना लक्ष्य था जिसका जन चेतना की रखवाली
झूठे दंभी है समय ने प्रताड़ित है कर कर डाला
शिक्षा जिसका शस्त्र था वो थी हिम्मत की मतवाली
है नमन मां सावित्री फूले.......
शिक्षा है संस्कार की जननी
शिक्षा है परिवार की जननी
शिक्षा है सम्मान की जननी
शिक्षा है नर नारी जननी
शिक्षा से शिक्षित होते हैं
भेदभाव भी मिटाती जाती
है प्रथम सरस्वती ज्ञान प्रसारा
जन मन का स्वाभिमान जगाने वाली
नमन मां सावित्री फूले............
मैं कहता हूं सब यह मानो
जिसने ज्ञान सभी को दिया
उसकी छवि मन में बसा लो
अहर्निश आराधना हो
अहर्निश आराधना हो
है नमन मां सावित्री फूले......….....