हास्य
हास्य
जीवन में आए कितने भी
सुख दुख, हास्य बहुत जरूरी है
जिंदादिल लोगो की पहचान है
कर्मठो की शान है ये हास्य
पर आज तो दुनियां ही
हास्य का पात्र बन बैठी है
रावण की लंका बरबाद हुई
पड़ोसी देश हो रहे तबाह
हम भी है उसी हाल में
दिखावे का चल रहा बाजार
सब के सब हैं दिखावे में
एक दूसरे के बहकावे में
हास्य के पात्र बने बैठे हैं।