गुलाबी(हल्का बैगनी )
गुलाबी(हल्का बैगनी )
अष्टम महागौरी के दिन गरबे में डांडिया रास,
जो संतुलन स्थिरता का पूर्ण आत्मविश्वास।
गुलाबी प्यार ,करुणा का है प्यारा अहसास,
गुलाब के फूलों की रची-बसी महक सुबास।
भावनाओं का जुड़ाव मासूमियत की मिठास,
नाजुक पुष्पों की हिलती कली का स्मित हास
चंचलता,खुशी,उल्लास का असीम खजाना,
आत्माभिव्यक्ति जश्न , सूर्यास्त का फसाना।
नवरात्र विभिन्न रंगो की आनन्दानुभूति पर्व,
पारम्परिक गुजराती शान गरबा पर है गर्व।
जीवन में रंगों का महत्व नवदेवी ने बताया
हमारे जीवन को रंगभरी रंगोली से सजाया
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी।
तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति. चतुर्थकम्।।
पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।
सप्तमं कालरात्रीति.महागौरीति चाष्टमम्।।
नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा: प्रकीर्तिता:।
उक्तान्येतानि नामानि ब्रह्मणैव महात्मनाः।