छत्रपती शिवाजी महाराज
छत्रपती शिवाजी महाराज
जिन्होंने मुगलों को खत्म करके स्थापित किया हिंदी स्वराज,
वह थे हम सभी के ह्रदय सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज!
मात्र १६ वर्ष की आयु में ली थी हिंदवी स्वराज की प्रतिज्ञा,
जिन्होंने हर वक्त मानी अपने माता-पिता की सारी आज्ञा !
समाज के सामने एक आदर्श पुत्र, पति और पिता बने,
चीर नवीन उदाहरण प्रस्तुत करके जो सर्व विजेता बने !
हम सभी के दिलों में अपनी एक अद्भुत छाप छोड़ गए ,
शौर्य और वीरता से लड़ना शिवाजी सबको सीखा गए !
भगवान और मां भवानी को केंद्र में रखकर काम किया ,
शारीरिक बल से सारे मुगलों को चारों खाने चित्त कर दिया।
शाइस्ता खान ने ज़ब लाल महल पर कब्ज़ा किया हुआ था,
जहां शिवाजी महाराजजी ने अपना बचपन बिताया हुआ था !
शाइस्ता खान की उंगलियां काटकर उसे सबक सिखा दिया,
और छत्रपति शिवाजी महाराज का अभियान सफल हो गया !
अफज़ल खान ने जब शिवाजी महाराज से पंगा था ले लिया,
तब शिवाजी महाराज ने बाघ नख से उसे भी घायल कर दिया !
कोंडाणा किल्ला, सिंहगढ़ आदि पर भी विजय प्राप्त कर गए,
जिसके चलते बीजापुर के सुल्तान भी बहुत अधिक डर गए !
जिन्होंने मुगलों को खत्म करके स्थापित किया हिंदी स्वराज,
वह थे हम सभी के ह्रदय सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज!
मात्र १६ वर्ष की आयु में ली थी हिंदवी स्वराज की प्रतिज्ञा,
जिन्होंने हर वक्त मानी अपने माता-पिता की सारी आज्ञा !
समाज के सामने एक आदर्श पुत्र, पति और पिता बने,
चीर नवीन उदाहरण प्रस्तुत करके जो सर्व विजेता बने !
हम सभी के दिलों में अपनी एक अद्भुत छाप छोड़ गए ,
शौर्य और वीरता से लड़ना शिवाजी सबको सीखा गए !
भगवान और मां भवानी को केंद्र में रखकर काम किया ,
शारीरिक बल से सारे मुगलों को चारों खाने चित्त कर दिया।
शाइस्ता खान ने ज़ब लाल महल पर कब्ज़ा किया हुआ था,
जहां शिवाजी महाराजजी ने अपना बचपन बिताया हुआ था !
शाइस्ता खान की उंगलियां काटकर उसे सबक सिखा दिया,
और छत्रपति शिवाजी महाराज का अभियान सफल हो गया !
अफज़ल खान ने जब शिवाजी महाराज से पंगा था ले लिया,
तब शिवाजी महाराज ने बाघ नख से उसे भी घायल कर दिया !
कोंडाणा किल्ला, सिंहगढ़ आदि पर भी विजय प्राप्त कर गए,
जिसके चलते बीजापुर के सुल्तान भी बहुत अधिक डर गए !
मुगलों की नींव को छत्रपति शिवाजी ने तबाह कर दिया था,
बड़े ही प्यार से लोगों ने उन्हें जनता राजा का नाम दिया था !